Haryana Weather: हिसार में तेज बारिश, कईं जिलों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं गिरे ओले, जानिए आगे का मौसम

हिसार में बारिश।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर दूसरे दिन शुक्रवार को भी रहा। दोपहर बाद मौसम बदला और शाम तक कहीं बूंदाबांदी तो कहीं ओलावृष्टि हुई। इस कारण से मौसम ठंडा हो गया। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि इसके बाद 19 मार्च को भी एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। दो पश्चिमी विक्षोभों के एक साथ सक्रिय होने से 19 से 21 मार्च के बीच बारिश की गतिविधियां होंगी।
शुक्रवार सुबह से जिले में हल्के बादल छाए रहे। मगर दोपहर बाद पूरी तरह से बादल छा गए। शाम साढ़े 4 बजे कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। इसके बाद शाम करीब 7 बजे दोबारा से कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश हुई। इस दौरान एक-दो ओलावृष्टि भी हुई। शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बिजली सप्लाई हुई बाधित
तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण बिजली सप्लाई भी बाधित हुई। कई जगह बिजली के तार भी टूट गए। बिजली निगम के कर्मचारी रात तक बिजली सप्लाई को सुचारू करने में लगे रहे। वहीं बारिश के कारण कई जगह जलभराव भी हो गया।
शुक्रवार शाम को हिसार के बालसमंद, भिवानी जिले के झुपाकलां, बहल, मंदौली कलां, ईश्वरवाल, मोरकां, सैनीवास, सिंघानी, महेंद्रगढ़ के पचेरी कलां आदि में हल्की से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई। डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि इस पश्चिमी विक्षोभ का असर 18 मार्च तक रहेगा। इसके साथ ही 19 मार्च से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। दोनों पश्चिमी विक्षोभ से प्री मानसून गतिविधियों की संभावना बन रही हैं। इस दौरान प्रदेश में न्यूनतम तापमान 14.5 से 19.8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
सिरसा में शुक्रवार को सुबह से ही बादल छाने के बाद दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहीं। जिसके कारण लोगों को गर्मी से तो राहत मिली लेकिन किसानों की चिंता बढ़ गई है। कई क्षेत्रों में हवा चलने के कारण गेहूं को हल्का नुकसान भी हुआ है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री दर्ज किया गया है। हालांकि रात को घने बादल छाने के साथ तेज हव भी चलने से ठंड बढ़ी है। चरखी दादरी में बादल छाए रहे। ठंडी हवाएं चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।
भिवानी में गुरुवार देर रात चांग, बवानीखेड़ा क्षेत्र में बूंदाबांदी के साथ तेज हवाएं चलीं। इसकी वजह से किसानों की गेहूं की फसल जमीन पर बिछ गई। फसल बिछने से नुकसान की आशंका है। बूंदाबांदी के कारण सरसों की कटाई भी थम गई। शुक्रवार सुबह शहर में भी बादल छाए रहे और बूंदाबांदी भी हुई। मौसम खराब होने की वजह से अनाज मंडी में भी किसान अपनी फसल लेकर नहीं पहुंचे। जो किसान पिछले दो-तीन दिनों से अपनी फसल लेकर आए हुए थे वे भराई और फसल का बारिश से बचाव करते नजर आए।
फतेहाबाद में शुक्रवार सुबह मौसम में अचानक बदलाव आया और तेज हवा चलने लगी। हवा चलने व आसमान में हल्की बादलवाही के कारण तापमान में भी दो डिग्री की गिरावट आई है। फतेहाबाद में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री व न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया। 13.7 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। फिलहाल जिले में सरसों की फसल की कटाई चल रही है, वहीं गेहूं की फसल को अंतिम सिंचाई दी गई है। ऐसे में अगर बारिश के साथ हवा चलती है तो किसानों की सरसों व गेहूं की फसल बिछ जाएगी और उनको नुकसान होगा।
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